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डॉ. एस. सी.एल.गुप्ता जी

होली के बहाने डॉ.एस. सी.एल.गुप्ता होली के बहाने ऐसे ही सोचा अब के साल होली में कुछ बुन्देली मिला के देखे रंग और नशा कैसा होगा! एक सप्ताह पूर्व जब विधायक डॉ.एस.सी.एल.गुप्ता जी के सम्मुख मैंने ऐसी परिकल्पना की डॉ.सर का उत्तर कुछ इस प्रकार था "बस मै भी ऐसा ही सोच रहा था पर इतने कम समय में करोगे कैसै!संगम विहार का इलाका और बुन्देली होली!लोग बुन्देली नाम से भी वकिफ नही होगे ,पर करना तों पक्का है"फिर क्या था

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रविवार, 8 मार्च 2009

दिलो का संगम बुन्देली होरी

प्रस्तुतकर्ता Unknown पर 11:26 pm 1 टिप्पणी:
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hardayal Kushwaha

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