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होली के बहाने डॉ.एस. सी.एल.गुप्ता होली के बहाने ऐसे ही सोचा अब के साल होली में कुछ बुन्देली मिला के देखे रंग और नशा कैसा होगा! एक सप्ताह पूर्व जब विधायक डॉ.एस.सी.एल.गुप्ता जी के सम्मुख मैंने ऐसी परिकल्पना की डॉ.सर का उत्तर कुछ इस प्रकार था "बस मै भी ऐसा ही सोच रहा था पर इतने कम समय में करोगे कैसै!संगम विहार का इलाका और बुन्देली होली!लोग बुन्देली नाम से भी वकिफ नही होगे ,पर करना तों पक्का है"फिर क्या था
रविवार 8 मार्च 2009 संगम विहार नई दिल्ली
जवाब देंहटाएंराष्टीय बुंदेलखंड जन विकास मंच और उत्तर प्रदेश मध्यप्रेदेश के बिभिन्न अंचलों के बुंदेली जन समूहो के साथ दिल्ली की धारा पर शाम 6 बजे के बाद देर रात तक होली मिलन का संसिक्रितक रंगारंग जिसमे बुंदेली फाग,भोजपुरी जोगीया,गोरखपुर के फगूआ ,वृंदावन की लठमार,राधा श्याम मधुर जोड़ी के साथ मयूर नैरत्य चित्त्कुट के गीतकारों ने संगम विहार में भारत की एक सामूहिक लॉक कला संस्क्रति और सभ्यताओं को आधुनिक दिल्लीवासियों को अपने घर गाव के दर्शन करवाने का प्रयस किया. होली मिलन के इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जन प्रिये विधायक डॉ.एस.सी.एल.गुप्ता जी ने की मंच का संचालन विनोद कुमार पांडेय (मंच अध्यक्ष)और कार्यक्रम का सयोजन -जनार्दन पटेल (सचिव ) सह्-सयोजन हरदयाल कुशवाहा (बुंदेली थाती लॉक कला संस्क्रति एवं विकास परिषद्)मंच के उपस्तित पदधिकारे श्री-शिव कुमार तिवारी सह्-सचिव श्री महेश गुप्ता सयुकत- सचिव मधुशुदन तिवारी आदी ने जन समूह का स्वव्गत और आभिवदन किया